चॉकलेट कैसे बनती है? पूरी प्रक्रिया
चॉकलेट के दीवान को कौन पसंद करता है, ये हमारे लिये बहुत ज्ानकारी की चीड़ों के बीच की कहानी है। आईए जानते हैं चॉकलेट बनाने की पूरी प्रक्रिया।
चॉकलेट की प्रक्रिया
1. कोकोआ के फल की तैयारी
चॉकलेट बनाने का सफर कोकोआ के फलों से शुरू होता है, जो कोकोआ के पेड़ों पर उगते हैं। ये पेड़ गर्म और नम जगहों में पाया जाता है।
2. पके हुए फल को तोड़ना
चॉकलेट की प्रक्रिया में पके हुए कोकोआ के फल को तोड़कर उनके अंदर से बीज निकाले जाते हैं। ये कीमत्या की बीज चॉकलेट के स्वाद को विकसित करते हैं।
3. फर्मेंटेशन
बीजों को फर्मेंटेशन के लिए रखा जाता है। यह प्रक्रिया एक-दो दिन नहीं, पूरे सात दिन चलती है। इसके बाद बीजों को खुले सूर्जी में सूखा जाता है।
4. बीजों को भूनना
नीचे हुए बीजों को क्रास्ता कर सुइटा जाता है। भूनने के साथ उनके बाहरी छिल्के को हटाने की प्रक्रिया की जाती है, जो चॉकलेट के स्वाद को और ज्यादा विकसित करते हैं।
5. कोकोआ निब्स और कोको लिकर
भूने के बाद निकली गई निब्स को पीसकर एक पेस्ट बनाया जाता है, जिसे कोको लिकर कहा जाता है। कोको लिकर की चीज़ी, दूध पाउडर और कोको बटर के साथ मिलाया जाता है।
6. टेम्परिंग और टूटे
कोको चीज़ी के साथ मिलाने के बाद टेम्परिंग की प्रक्रिया की जाती है, जो चॉकलेट को सही टेक्सचर और चमक प्रदान करती है।
7. मोल्डिंग और पैकिंग
टेम्परिंग के बाद चॉकलेट को मोल्ड में डालकर ठंडा किया जाता है। ठंडे होने के बाद चॉकलेट को पैक किया जाता है ।